राजगद्दी पाने के लिए अपने 6 भाइयों की हत्या कर दिए थे
उन्होंने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपना लिए और अहिंसा के मार्ग पर चल दिए.
उन्होंने बौद्ध धर्म का प्रचार बहुत जोर शोर से करवाए थे .
शिलालेख प्रणाली भी उन्ही की देन है .
उन्होंने सड़को, बांधों,नहरों, और शिलालेखों को बनवाए और शिक्षा तथा चिकित्सा में भी सुधार किये थे .